Transkripsi Video
कब तक यूही फिरते रहेंगे हम?
बंजारों का कहीं ठिकाना नहीं होता पवित्रा
फिर जिस समाज ने हमें इस मुकाम पर लाकर ख़ड़ा किया है न, इस समाज से हम बहुत दूर और काफ़ी दूर होंगे.
अब क्या करना है?
नया घर, नया शहर और नय लोग.
कब तक यूही फिरते रहेंगे हम?
बंजारों का कहीं ठिकाना नहीं होता पवित्रा
फिर जिस समाज ने हमें इस मुकाम पर लाकर ख़ड़ा किया है न, इस समाज से हम बहुत दूर और काफ़ी दूर होंगे.
अब क्या करना है?
नया घर, नया शहर और नय लोग.